लव जिहाद :-
लव जिहाद Love Jihad:- लव जिहाद आये दिन बढ़ता ही जा रहा है,लव जिहाद मुस्लिम लड़कों के द्वारा हिन्दू होने का नाटक करके हाथ में कलावा , गले में माला व तिलक लगाकर हिन्दू होने का नाटक करके हिन्दू लव जिहाद :- लड़कियों को प्रेम -जाल में फसाकर पहले उनका शारीरिक शौषण करते हैं और धर्म परिवर्तन करने पर जोर देते हैं और जब लड़कियों को उनकी सच्चाई के बारे में पता चलता है तो वो इसका विरोध करती हैं तो उन्हें वीडियो व फोटो करने जैसी धमकियां दी जाती हैं या तक की उनको अपने इस प्यार की कीमत अपनी जान दे कर चुकानी पड़ रही है उनको बेरहमी से मारा काटा जा रहा है, आये दिन में अपराध बढ़ते ही जा रहें हैं।
अगर इस अपराध को रोका नहीं गया तो ना जाने कितने बेचारे मां -बाप अपनी परी जैसी बच्चियों का शरीर जिनसे उनको बहुत उम्मीदें लगाए बैठें हैं उनकी लाश फ्रीज या नाली में देखने को मिले तो इसको गम्भीरता से लेते हुए इस पर रोक लगानी चाहिए।लव जिहाद ( Love Jihad ) के शिकार:-
इतना सब कुछ हो जाने बाद अब तो इन लड़कियों को भी समझ जाना चाहिए अब तक बहुत सारी लड़कियां इसका शिकार बन चुकी हैं, और ये अधिकतर पढ़ी लिखी लड़कियां ज्यादा शिकार हो रहीं हैं जो अपना घर छोड़कर शहरों में पढ़ने को व कमाने को जाते हैं ये लोग ज्यादा शिकार हो रहे हैं इनको ये नहीं पता कि मेरे मां बाप ने मुझे इतना नौ महीने पेट में रखा इतना बड़ा किया पढ़ाया लिखाया उन्होंने खुद दुःख झेलकर हमें पाला पोसा और उम्मीद रखी कि बड़ी होकर मेरा नाम रोशन करेंगी लेकिन ये लोग ये सब छोड़कर उस दो पल के छल वाले प्यार में फस जातीं हैं और अपनी जिंदगी से हाथ तो बैठती हैं और साथ साथ मां बाप को भी जीते जी मार देती हैं, तो अब तो इनको समझ जाना चाहिए।
हिंदू बेटियों को लव-जिहाद में फंसाने के कई तरीके, आजकल मुस्लिम युवक हाथ में बांधने लगे कलावा, साहिल खान ने नाबालिग को ऐसे ही फंसाया, लव-जिहाद में श्रद्धा, निकिता के बाद साक्षी की भी निर्मम हत्या ऐसे बहुत सारे केस हैं देखने को मिल रहे हैं
लव जिहाद को कैसे रोक सकते हैं:-
"लव जिहाद" के रोकथाम के बारे में चर्चा करने से पहले, मुझे यह बताना चाहिए कि "लव जिहाद" एक विवादास्पद शब्द है जिसे अक्सर धार्मिक और सामाजिक संघटनों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसी धारणा है जो कहती है कि एक धर्मान्तरित महिला या एक विभाजन का हिस्सा बनने के लिए मुस्लिम पुरुषों के द्वारा हिन्दू महिलाओं के साथ संबंध स्थापित किए जाते हैं।
"लव जिहाद" के विरोध में कुछ राज्यों ने कुछ समय पहले कुछ कानून अधिनियम पारित किए हैं। इनमे से एक है "धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम" जिसे कुछ राज्यों ने लागू किया है। इस अधिनियम के तहत, विवाह के पहले धार्मिक या जातीय रूप से परिवर्तित हुई महिलाओं और पुरुषों को विशेष अनुमति और पंजीकरण की आवश्यकता होती है।
हालांकि, "लव जिहाद" शब्द और इससे जुड़े विवाद बहुत संवेदनशील हैं और इसे अच्छी तरह से समझना और विचारशील दृष्टिकोण से देखना जरूरी है।
अपने बच्चों को सही ग़लत के बारे में बताना व अपने धर्म के प्रति ज्ञान देना और उनके साथ एक दोस्त की तरह व्यवहार करना उनकी बातों को समझना चाहिए ।
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